Wednesday, 1 April 2020

ये_फातिहा_और_नियाज़_यह_ईसाले_सवाब_है

#ये_फातिहा_और_नियाज़_यह_ईसाले_सवाब_है❓*

सब से पहले ये जान लो कि यह फातिहा,नियाज़,तिजा, चलीसवा,यह सब ईसाले सवाब है। *ईसाले सवाब यानी अपने वफात पाये, गुजर चुके (इंतेकाल हुए) लोगो को सवाब पहुंचाना है।*
हर नेक अमल करके ईसाले सवाब किया जा सकता है।
जैसे गरीबो को सदका देना,लोगो को खिलाना,पानी पिलाना,कुरआ़न पढना,मस्जिदो को तामिर करना,मदरसे बनवाना,यह सब नेक अमल है।

इन नेक अमल को कर के हम रब के बारगाह में दुआ करते हैं कि इसका सवाब हमारे बूजूर्गों को अता फरमा।

कुछ लोग खाना सामने रख कर कुरआ़न पढते है और दुआ करते है कि जो कुछ पढा या लोगो को खिलाया इसका सवाब हमारे बूजुर्गो को अता फरमा।

सोचो भाईयो यह कैसे शिर्क हो सकता है,अब कुछ लोग ये भी कहेंगे कि क्या ऐसा हमारे नबी अलैहीस्सलाम ने किया?

तो मै उनसे यही कहुंगा जो चिज़ कुरआन या हदीस मे मना नही वो कर सकत हैे क्यों कि यह अच्छा अमल है ईसाले सवाब हदीस से साबित है बस तरीका बदल चुका है,नाम बदल चुके है,मकसद तो वही है ईसाले सवाब।

आईये हदीस देखते है👇

हदीस शरीफ:

*_हज़रत साद बिन उबदा रदीअल्लाहु अन्हु बयान करते है कि उन्होने कहा या रसुलूल्लाह  صلی اللہُ علیہِ و آلہِ وسلمِ साद कि वालिदा फौत हो गई पस किस चिज़ का सदक़ा करना सब से अफज़ल है? तो हुज़ूर अलैहीस्सलाम ने फरमाया पानी का,उन्होने कुआ खुदवाया और कहा ये कुआ साद कि मां के लिए है।_*

*[¤ SUNAN ABU DAWOOD, KITAB UL ZAKAT, JILD1]*

इस हदीस पाक से पता चला कि लोगो को पानी पिलाने से भी मरहुम को सवाब मिलता है तो खाना खिलाना भी बेहतरीन अमल है,इसका सवाब कैसे नही मिलेगा भाईयो?

#नोट: जो गन्हेगार होता है उसको ईसाले सवाब कि वजह से अज़ाब मे कमी आती है और जो नेक होते है उनके दरज़ात बूलंद होते है।इन गर्मीयो के दिनो मे पानी का इंतेज़ाम जरुर करे लोगो को पानी पिलाये यह भी नेक अमल है।

*_🙏🏻शिर्क कि तोहमत लगाने से बचो भाईयों यह बहोत बडा गुनाह है क्यों कि अगर तुम जिनपर तोहमत लगा रहे हो वह अमल अगर शिर्क साबित नही हुआ तो शिर्क लौटकर तुमपर आयेगा,बराये महेरबानी थंडे दिमाग से सोचे और उम्मत को और गुमराह होने से बचाये_*

http://sunniaqaidkks.blogspot.com

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